Retro Movie Review in Hindi: इस हफ्ते सिनेमाघरों में कई बड़ी फिल्मों ने दस्तक दी है. इन फिल्मों में बॉलीवुड से रेड 2, तेलुगु फिल्म हिट 3 और हॉलीवुड फिल्म थंडरबोल्ट्स का नाम शामिल है. इन सभी फिल्मों को क्रिटिक्स और ऑडियंस दोनों की तरफ से मिला जुला रिस्पोंस मिला है. लेकिन इन सभी फिल्मों के साथ तमिल सुपरस्टार सूर्या की फिल्म ‘रेट्रो’ (Retro) भी रिलीज हुई है जिसे तमिल लैंग्वेज के साथ-साथ तेलुगु और हिंदी में भी एक ही साथ रिलीज किया गया है.
वैसे सूर्या की पिछली फ्लॉप ‘कंगुवा’ के बाद इस फिल्म से सभी को काफी उम्मीदें हैं. लेकिन क्या वास्तव में रेट्रो ऑडियंस की उन सभी उम्मीदों पर खरी उतर पाई है या नहीं? आइये इसके बारे में डिटेल में चर्चा करते हैं.
View this post on Instagram
Hit 3 Movie Review in Hindi: एनिमल और मार्को भूल जाओगे, कमजोर दिल वाले ना देखें
Retro Movie Storyline in Hindi – रेट्रो फिल्म की कहानी
रेट्रो फिल्म की स्टोरीलाइन के बारे में बात करें तो फिल्म में तिलक यानि कि जोजू जॉर्ज (Joju George) एक कुख्यात गैंगस्टर है जोकि स्मगलिंग का काम करता है. उसका बेटा है पारीवेल कन्नन यानि कि सूर्या (Suriya) जोकि रुक्मिणी यानि कि पूजा हेगड़े (Pooja Hegde) से प्यार करता है और इसी वजह से वो सुकून की तलाश अपने परिवार और पुरानी जिंदगी को छोड़ने का फैसला कर लेता है. लेकिन ये उसके लिए उतना आसान नहीं है.
तिलक एक ‘गोल्ड फिश’ के पीछे है जिसका पता सिर्फ और सिर्फ पारिवेल को ही मालूम है. इसी बीच पारिवेल गिरफ्तार हो जाता लेकिन वहां से किसी की मदद से भागने में कामयाब हो जाता है. फिर एक नई जर्नी की शुरुआत होती. जेल में पारिवेल की मदद करने वाला कौन है और उसका असली मकसद क्या है? तिलक गोल्ड फिश के पीछे क्यों पड़ा है? फिल्म में आगे क्या होता है? इन सभी सवालों के जवाब आपको फिल्म में मिल जायेंगे.
Retro Movie Review in Hindi
Retro Movie Plus Points – रेट्रो फिल्म के प्लस पॉइंट्स
सबसे पहले ‘रेट्रो’ फिल्म के प्लस पॉइंट्स के बारे में बात करेंगे. फिल्म का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है खुद सूर्या जिन्होंने फिल्म में एकदम परफेक्ट भूमिका अदा की है. सूर्या एक्शन से लेकर इमोशन सीन्स सभी में दमदार लगे हैं. इनके अलावा पूजा हेगड़े भी काफी खूबसूरत लगी हैं लेकिन उनका रोल उतना ज्यादा बड़ा नहीं है. साथ ही मलयालम सुपरस्टार जोजू जॉर्ज भी अपनी भूमिका में जबरदस्त नजर आये हैं. संतोष नारायणन का बैकग्राउंड स्कोर काफी अच्छा है जोकि हर सीन को और भी रोमांचक बनाता है.
View this post on Instagram
Thunderbolts Movie Review in Hindi: मार्वल का शानदार कमबैक, फुल टू पैसा वसूल है थंडरबोल्ट्स
Retro Movie Negative Points – रेट्रो फिल्म के माइनस पॉइंट्स
फिल्म की कहानी बिलकुल यूनिक नहीं है. कई बार देखकर ऐसा लगेगा कि ऐसा कुछ इससे पहले भी हम कई बार देख चुके हैं. फिल्म में कई जगह कहानी अपनी पटरी से उतरती हुई नजर आती है और दर्शकों को भ्रम में डाल देती है. फिल्म की शुरुआत लव स्टोरी के साथ होती है लेकिन धीरे-धीरे ये एक क्राइम-ड्रामा में तब्दील हो जाती है. इतना ही नहीं प्री-क्लाइमैक्स में ये फिर से अपना रुख बदल लेती है.
फिल्म की शुरुआत काफी अच्छी है. डायरेक्टर कार्तिक सुब्बाराज ने शुरुआत से अपनी पकड़ मजबूत बनाई है लेकिन धीरे-धीरे कहानी अपने ट्रैक से अलग होती हुई नजर आती है. धीरे-धीरे फिल्म की स्पीड भी स्लो हो जाती है. कई बार ऐसा लगता है कि फिल्म को लंबा खींचा जा रहा है.
फाइनल वर्डिक्ट
कुल मिलाकर, रेट्रो एक लव एक्शन ड्रामा फिल्म है जिसका फर्स्ट हाफ अच्छा है लेकिन सेकंड हाफ कमजोर है. सूर्या फिल्म का प्लस पॉइंट हैं लेकिन फिल्म की कहानी के चलते डायरेक्टर सुब्बाराज पीछे रह गए हैं. सूर्या के फैन हैं तो आप इसे एक बार देख सकते हैं. फिल्मी फ्राइडे की तरफ से ‘रेट्रो’ को मिलते हैं 2.5/5 स्टार.
Special Request
दोस्तों, अगर आपने सूर्या (Suriya) की फिल्म रेट्रो (Retro) देख ली है तो बताइये आपको ये फिल्म कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दें. जानकरी पसंद आई हो तो पोस्ट को शेयर करना बिलकुल ना भूलें, धन्यवाद.