Dupahiya Review in Hindi: अमेजॉन प्राइम वीडियो (Amazon Prime Video) पर बीते शुक्रवार वेब सीरीज दुपहिया (Dupahiya) रिलीज की गई है. इस पूरी वेब सीरीज की पृष्ठभूमि गांव की है और इसके ट्रेलर रिलीज के बाद ऑडियंस के बीच काफी अच्छा क्रेज देखने को मिल रहा था. इसके अलावा ऐसा लग रहा था कि यह पूरी तरह से अमेजॉन प्राइम की ही एक सीरीज ‘पंचायत’ (Panchayat) से मिलती-जुलती होगी लेकिन क्या वास्तव में दुपहिया ठीक पंचायत की तरह ही ऑडियंस को एंटरटेन कर पाई है या फिर नहीं? आइये इस रिव्यू में डिटेल में बात कर लेते हैं.
Dupahiya Web Series Plot in Hindi – दुपहिया वेब सीरीज की कहानी
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सबसे पहले दुपहिया वेब सीरीज की स्टोरी लाइन के बारे में बात कर लेते हैं. सीरीज की कहानी धड़कपुर गांव की है जिस गांव में पिछले 24 साल से कोई भी क्राइम नहीं हुआ है. इसी वजह से उस गांव को अपराध मुक्त गांव घोषित कर दिया गया है. गांव के प्रिंसिपल बनवारी यानी कि गजराज राव (Gajraj Rao) अपनी बेटी रौशनी झा यानि कि शिवानी रघुवंशी (Shivani Raghuvanshi) का रिश्ता तय करते हैं जिसमें उनका दामाद दहेज में बुलेट लेने की मांग करता है.
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जैसे तैसे बनवारी और उसका परिवार बुलेट का जुगाड़ कर लेते हैं लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब उस गांव से वह बुलेट चोरी हो जाती है. अब बुलेट चोरी हो जाने पर क्या लड़के वाले शादी करेंगे? चोर कौन है और उसने चोरी क्यों की? इन सब का आपस में क्या कनेक्शन है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह पूरी सीरीज देखनी पड़ेगी. वैसे सीरीज में कुल 9 एपिसोड हैं और हर एपिसोड लगभग 30 से 40 मिनट का है.
Dupahiya Review in Hindi
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स्टार कास्ट की परफॉरमेंस
सबसे पहले स्टार कास्ट की परफॉर्मेंस के बारे में बात करते हैं. गजराज राव एक मंझे हुए कलाकार हैं और सीरीज में उन्होंने बेहतर काम किया है, जैसा कि वह इससे पहले भी करते हुए आ रहे हैं. इनके अलावा स्पर्श श्रीवास्तव (Sparsh Shrivastava) भी सीरीज में काफी बेहतरीन अदाकारी करते हुए नजर आए हैं. हालांकि इससे पहले इन्होंने ‘लापता लेडीज’ में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था और दोपहिया में भी वह कमाल लगे हैं.
इनके अलावा भुवन अरोड़ा ने भी अपने कैरेक्टर को एक अलग ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. साथ ही यशपाल शर्मा की एंट्री भी दमदार है और उनकी एंट्री के बाद से सीरीज और भी रोमांचक लगने लग जाती है.
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राइटिंग और डायरेक्शन
सीरीज का डायरेक्शन सोनम नायर ने किया है और देखकर लगता है कि सोनम ने इस सीरीज के लिए काफी मेहनत की है. हर सीन को दिलचस्प बनाने के लिए वह ऑडियंस की उम्मीद पर पूरी तरह से खरी उतरती नजर आई हैं. सीरीज की स्टोरी लाइन, राइटिंग, डायरेक्शन और स्टार कास्ट की परफॉर्मेंस को देखते हुए ऐसा कह सकते हैं कि यह सीरीज पूरी तरह से फैमिली के साथ देखने लायक है.
हालांकि बीच-बीच में कुछ सीन ऐसे हैं जो सीरीज में ना होते तो बेहतर होता और उन्ही सीन्स की वजह से सीरीज थोड़ी सी लंबी खिंची हुई दिखाई दे सकती है. लेकिन अगर इनके बारे में ना बात की जाए तो पूरी तरह से सीरीज एक परफेक्ट एंटरटेनमेंट का पैकेज है. हालांकि पंचायत से इसकी तुलना करना सही नहीं है. क्योंकि पंचायत का टॉपिक दूसरा था और दुपहिया का टॉपिक दूसरा है.
फाइनल वर्डिक्ट
ओवरऑल देखा जाए तो दुपहिया में कॉमेडी, इमोशन और सस्पेंस जैसे कई एलिमेंट हैं जिनकी वजह से ऑडियंस आखिरी एपिसोड तक बंधे रह सकती है. लेकिन बीच-बीच में कहानी थोड़ी स्लो हो जाती है लेकिन उसे नजरअंदाज किया जाए तो ये एक बार देखने लायक तो जरूर है. वैसे भी अगर आपको पंचायत अच्छी लगी थी तो दुपहिया भी आपको पसंद आयेगी. फिल्मी फ्राइडे की तरफ से दुपहिया को मिलते हैं 3/5 स्टार.
Special Request
दोस्तों, अगर आपने वेब सीरीज दुपहिया (Dupahiya) देख ली है तो बताइये आपको ये सीरीज कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दें. जानकरी पसंद आई हो तो पोस्ट को शेयर करना बिलकुल ना भूलें, धन्यवाद.