Logout Movie Review in Hindi: मोबाइल फोन, इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारी जिंदगी को किस तरह से प्रभावित कर रहे हैं, यह हम ठीक ढंग से समझ नहीं पाते. जबकि कुछ टाइम पहले ही इन सभी चीजों को लेकर कई फिल्में आ चुकी हैं जिनमे हमें इन सभी के दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया था. इन फिल्मों में कंट्रोल, खो गए हम कहां और लवयापा जैसी फिल्में शामिल है. इन सभी फिल्मों में मोबाइल फोन और इंटरनेट के जरिए होने वाले खतरनाक परिणामों को दिखाया गया था.
इसी के चलते अब बाबिल खान (Babil Khan) की फिल्म लॉगआउट (Logout) रिलीज की गई है जिसे Zee5 पर 18 अप्रैल 2025 से ऑनलाइन स्ट्रीम करना शुरू कर दिया है.
View this post on Instagram
Logout Movie Storyline in Hindi – लॉगआउट फिल्म की कहानी
लॉगआउट फिल्म की स्टोरी लाइन के बारे में बात करें तो इस फिल्म में इंटरनेट और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर प्रत्यूष दुआ यानी कि बाबिल खान की कहानी दिखाई गई है. प्रत्युष अपने माता-पिता से अलग रह रहा होता है और इंटरनेट की दुनिया में काफी पॉपुलर है. उसका सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि सोशल मीडिया पर उसके फॉलोअर्स की संख्या 10 मिलियन हो जाए ताकि उसे विज्ञापन की दुनिया से एक बड़ी डील मिल सके.
इसी के चलते प्रत्यूष पॉपुलर यूट्यूबर भुवन बाम के साथ एक वीडियो बनाता है ताकि उसके फॉलोअर्स बढ़ सकें. लेकिन यह वीडियो अपलोड करने से पहले ही उसका मोबाइल फोन कहीं गुम हो जाता है. वो जैसे ही अपने कंप्यूटर पर लॉग इन करता है तो उसकी एक फैन साक्षी यानी कि निमिषा नायर (Nimisha Nair) उसे बताती है कि वह अपना मोबाइल फोन कैब में भूल गया है.
मोबाइल फोन वापसी लेने के चक्कर में वह साक्षी से बातें शुरू कर देता है लेकिन इसी बीच साक्षी मौके का फायदा उठाती है और उससे अपनी बातें मनवानी शुरू कर देती है. वास्तव में वो लड़की कौन है? क्या प्रत्यूष अपना फोन ढूंढ पाएगा? अगर हां तो यह सब कैसे होगा? आगे उसके साथ क्या-क्या होता है? यह सब जानने के लिए आपको यह पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी.
View this post on Instagram
Logout Movie Review in Hindi
Logout Movie Plus Points – लॉगआउट फिल्म के प्लस पॉइंट्स
इस फिल्म की कहानी बिस्वप्ती सरकार (Biswapati Sarkar) ने लिखी है और इस फिल्म के जरिये उन्होंने आज की यंग जनरेशन को काफी कुछ बताने और सचेत करने की कोशिश की है. बीच-बीच में मोबाइल फोन और इंटरनेट को लेकर कई बड़े पहलू पेश किये गए हैं और साथ में इनके खतरनाक परिणामों को भी उजागर किया है.
स्टार कास्ट की परफॉर्मेंस के बारे में बात करें तो पूरी की पूरी फिल्म बाबिल खान के कंधों पर है. क्योंकि ज्यादातर कैमरा उन्हीं के ऊपर रहता है. उन्हें फिल्म के लिए कई तरह की एक्टिंग करनी थी जिसमें वह काफी हद तक कामयाब भी हुए हैं. इस फिल्म के बाद ऐसा कहा जा सकता है कि दिवंगत सुपरस्टार इरफान खान (Irrfan Khan) के बेटे बाबिल खान उन स्टार किड्स में से एक हैं जो अपने दम पर कामयाबी हासिल करना जानते हैं.
View this post on Instagram
Logout Movie Negative Points – लॉगआउट फिल्म के माइनस पॉइंट्स
फिल्म के डायरेक्टर अमित गोलानी ने लॉगआउट के जरिये एक बेहतरीन संदेश देने की कोशिश की है लेकिन फिल्म की कहानी कई जगह स्लो है. इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि लगभग पूरी फिल्म में कैमरे का फोकस प्रत्यूष यानी कि बाबिल खान के ऊपर ही होता है और इसी वजह से फिल्म की कहानी ज्यादातर प्रत्यूष के कमरे के अंदर ही सिमट कर रह गई है.
बाबिल खान के अलावा फिल्म में और भी सितारे हैं लेकिन बाकी सितारों को ज्यादा मौका नहीं दिया गया है. कहने को तो फिल्म में रसिका दुग्गल भी हैं लेकिन वो स्पेशल अपीयरेंस में ही हैं. फिल्म में उनके ज्यादा सीन्स नहीं हैं. रसिका को और भी स्क्रीन स्पेस दिया जाना चाहिए था.
फिल्म में सोशल मीडिया और इन्टरनेट के खतरनाक परिणाम दिखाए जरूर हैं लेकिन इससे भी ज्यादा बहुत कुछ होता है जिसके बारे में मेकर्स को और भी दिखाना चाहिए थे. कई बार प्रत्यूष अपने फोन पाने के चक्कर में कई ऐसे फैसले ले लेता है जोकि काफी बचकाने लगते हैं और कोई भी समझदार इंसान ऐसा करने से पहले सौ बार सोचेगा.
Final Verdict
लॉगआउट करीब डेढ़ घंटे की फिल्म है. इसलिए अगर आपके पास कुछ देखने के लिए नहीं है तो आप बाबिल खान स्टारिंग लॉगआउट देख सकते हैं. हालांकि फिल्म की स्पीड काफी स्लो है. सस्पेंस और थ्रिल और ज्यादा होता तो फिल्म बेहतर हो सकती थी. फ़िल्मी फ्राइडे की तरफ से लॉगआउट को मिलते हैं 2/5 स्टार.
Special Request
दोस्तों, अगर आपने बाबिल खान (Babil Khan) की फिल्म लॉगआउट (Logout) देख ली है तो बताइये आपको ये फिल्म कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरुर दें. जानकारी पसंद आई हो तो पोस्ट को शेयर करना ना भूले, धन्यवाद.